भारत का भूगोल
1. सामान्य जानकारी
2. भारत का भौगोलिक स्वरूप
3. भारत नदिया
4. भारत की प्रमुख झीलें
1. डल झील - जम्मू कश्मीर
2. वुलर झील - जम्मू कश्मीर
3. वेरीनाग झील - जम्मू कश्मीर
4. मानस बल झील -जम्मू कश्मीर
5. नागिन झील - जम्मू कश्मीर
6. शेषनाग झील - जम्मू कश्मीर
7. अनंत नाग झील -जम्मू कश्मीर
8. राजसमंद झील - राजस्थान
9. पिछौला झील -राजस्थान
10.सांभर झील - राजस्थान
11.लूनकरनसर झील - राजस्थान
12.जयसमंद झील - राजस्थान
13.फतेह सागर झील - राजस्थान
14.डीडवाना झील - राजस्थान
15.सातताल झील - उत्तराखण्ड
16. नैनीताल झील - उत्तराखण्ड
17.राकसताल झील - उत्तराखण्ड
18.मालाताल झील - उत्तराखण्ड
19.देवताल झील - उत्तराखण्ड
20.नौकुछीयाताल - उत्तराखण्ड
21.खुरपाताल झील - उत्तराखण्ड
22.हुसैनसागर झील - आन्ध्रप्रदेश
23.कोलेरु झील - आन्ध्रप्रदेश
24.पुलीकट झील - तमिलनाडु
25.लोकटक झील - मणिपुर
26.चिल्का झील - उड़ीसा
27.लोनार झील - महाराष्ट्र
28.बेम्बानड झील - केरल
29.अष्टमुदि झील -केरल
भारत की सबसे बड़ी पट्टी झील चिल्का झील है जो खारे पानी की एक लैगून झील है यहां नौसेना का परीक्षण केंद्र भी है
भारत की सबसे अधिक खारे पानी की झील सांभर झील राजस्थान है इसका क्षेत्रफल 230 वर्ग किमी है
भारत में सबसे बड़ी मीठे पानी की झील वूलर झील ( जम्मू कश्मीर) है इसका क्षेत्रफल 160 वर्ग किमी है तुलबुल परियोजना इसी पर स्थित है
भारत की सबसे बड़ी कृत्रिम झील गोविंद सागर झील पंजाब के रोपड़ जिले में सतलुज नदी पर भाखड़ा नांगल बांध से निर्मित हुआ है
सांभर एवं डीडवाना थार मरुस्थल के पूर्वी सिरे पर खारे पानी की झील है।
भारत में सबसे अधिक ऊंचाई पर स्थित झील चोलामू झील (सिक्किम ) है।
महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले में स्थित लोनार झील ज्वालामुखी उद्गार से बनी झील है।
लोकतक झील पूर्वोत्तर भारत में मीठे पानी की सबसे बड़ी झील है इस झील में केबुललामजाओ नाम का तैरता हुआ राष्ट्रीय पार्क है।
हुसैन सागर झील हैदराबाद व सिकंदराबाद के मध्य स्थित है।
5. भारत के प्रमुख्य जलप्रपात
| जलप्रपात | स्थिति | ऊँचाई | |
|---|---|---|---|
| 1. | जोग या गरसोप्पा | शरावती नदी | 255 मी |
| 2, | येन्ना | नर्मदा नदी | 183 मी |
| 3. | शिवसमुद्रम | कावेरी नदी | 90 मी |
| 4. | गोकक | नदी | 55 मी |
| 5. | पायकरा | नीलगिरि क्षेत्र | |
| 6. | चूलिया | चम्बल नदी | 18 मी |
| 7. | पुनासा | चम्बल नदी | 12 मी |
| 8. | बिहार | टॉस नदी | 100 मी |
| 9. | धुआँधार | नर्मदा नदी | 10 मी |
| 10. | हुंडरू | स्वर्णरेखा नदी | 74 मी |
6. भारत की जलवायु
जलवायु:- किसी क्षेत्र में लंबे समय तक जो मौसम की स्थित होती है उस स्थान की जलवायु कहते हैं भारत की जलवायु उष्णकटिबंधीय मानसूनी जलवायु है।
मौसम:- किसी स्थान पर थोड़े समय की जैसे एक दिन या एक सप्ताह की हवाई मंडली अवस्था को वहां का मौसम कहते हैं भारत में मौसम संबंधित सेवा संघ 1875 ई. में आरंभ की गई तब इसका मुख्यालय शिमला में था। प्रथम विश्व युद्ध के बाद इसका मुख्यालय पुणे लाया गया।
भारतीय जलवायु को मानसून के अलावा में प्रभावित करने वाले दो मुख्य कारक हैं।
(1)उत्तर में हिमालय पर्वत:- इसकी उपस्थिति के कारण मध्य एशिया से आने वाली शीतल हमारे भारत में नहीं आ पाती हैं।
(2)दक्षिण में हिंद महासागर:- इसकी उपस्थिति एवं भूमध्य रेखा की संलिप्तता के कारण उष्णकटिबंधीय जलवायु अपने आदर्श स्वरूप में पाई जाती है।
मानसूनी पवनों द्वारा समय-समय पर अपनी दिशा पूर्णता बदल लेने के कारण भारत में निम्न चार ऋतु पाई जाती है।
(1) शीत ऋतु (15 दिस 15 मार्च तक ) (2) वर्षा ऋतु(16 जून से 15 सितम्बर तक ) (3) ग्रीष्म ऋतु (16 मार्च से 15 जून तक) (4) शरद ऋतु (16 सितम्बर से 14 दिस )
उत्तर पश्चिम भारत के शुष्क भागों में ग्रीष्म ऋतु में चलने वाली गर्म एवं शुष्क हवाओं को लू कहा जाता है।